Monday 18 July 2011

Monday, July 18, 2011 स्पीक एशिया को मिली पेनलिस्ट को भुगतान की अनुमति नेशनल न्यूज ब्यूरो देश भर के 20 लाख पेनलिस्टों के लिए अच्छी खबर है, भारतीय रिजर्व बैंक ने स्पीक एशिया को यह अनुमति दे दी है कि वह अपने पेनलिस्टों को बकाया भुगतान कर दे। हालांकि अभी तक कारोबार शुरू करने की अनुमति स्पीक एशिया को नहीं मिली है। सूचना मिल रही है कि इस संदर्भ में आरबीआई ने एक सर्कुलर जारी किया है, लेकिन उस सर्कुलर की कापी अभी तक हमारे पास उपलब्ध नहीं हो पाई है। खबर की पुष्टि के लिए डाक्यूमेंट्री एवीडेंस होना बहुत जरूरी है, लेकिन हमें विश्वास है कि हमारे लाखों ब्रिलियन्ट रीडर्स इस खबर की पुष्टि के लिए वह सर्कुलर तलाश ही लेंगे, और खबर के नीचे कमेंट बॉक्स तो है ही इस खबर को पूरा करने के लिए। फिलहाल जो सूचना मिल रही है उसके अनुसार आरबीआई ने सभी बैंकों को यह सर्कुलर जारी किया है कि एसएओएल को टेलीग्राफिक ट्रांसफर के जरिए विदेश से भारत में अपने पेनलिस्टों को भुगतान करने दिया जाए। इससे पहले 28 मई को जारी किए गए एक सर्कुलर में आरबीआई ने सभी बैंकों से कहा था कि स्पीक एशिया नेटवर्क से जुड़े सभी खाताधारकों पर कड़ी निगरानी रखो। इसके बाद से ही तमाम तरह की परेशानियां शुरू हो गईं थीं, जो स्पीक एशिया के प्रबंधन के समझ से बाहर थीं। एमएलएम स्पेशलिस्ट का कहना है कि यह अनुमति केवल पेनलिस्टों के पुराने बकाया भुगतान के लिए मिली है। स्पीक एशिया अभी भारत में नया कारोबार तक तक नहीं कर पाएगी जब तक कि वह सरकारी प्रक्रिया की मशीन से पिसकर बाहर नहीं निकल आती। खैर जो भी हो, कम से कम पुरानी उधारियां तो मिलेंगी, और जब एक दरवाजा खुल गया है तो बाकी भी खुल ही जाएंगे। आमीन (खबर सूत्रों पर आधारित)


Monday, July 18, 2011

स्पीक एशिया को मिली पेनलिस्ट को भुगतान की अनुमति


देश भर के 20 लाख पेनलिस्टों के लिए अच्छी खबर है, भारतीय रिजर्व बैंक ने स्पीक एशिया को यह अनुमति दे दी है कि वह अपने पेनलिस्टों को बकाया भुगतान कर दे। हालांकि अभी तक कारोबार शुरू करने की अनुमति स्पीक एशिया को नहीं मिली है। सूचना मिल रही है कि इस संदर्भ में आरबीआई ने एक सर्कुलर जारी किया है, लेकिन उस सर्कुलर की कापी अभी तक हमारे पास उपलब्ध नहीं हो पाई है।

खबर की पुष्टि के लिए डाक्यूमेंट्री एवीडेंस होना बहुत जरूरी है, लेकिन हमें विश्वास है कि हमारे लाखों ब्रिलियन्ट रीडर्स इस खबर की पुष्टि के लिए वह सर्कुलर तलाश ही लेंगे, और खबर के नीचे कमेंट बॉक्स तो है ही इस खबर को पूरा करने के लिए।

फिलहाल जो सूचना मिल रही है उसके अनुसार आरबीआई ने सभी बैंकों को यह सर्कुलर जारी किया है कि एसएओएल को टेलीग्राफिक ट्रांसफर के जरिए विदेश से भारत में अपने पेनलिस्टों को भुगतान करने दिया जाए। इससे पहले 28 मई को जारी किए गए एक सर्कुलर में आरबीआई ने सभी बैंकों से कहा था कि स्पीक एशिया नेटवर्क से जुड़े सभी खाताधारकों पर कड़ी निगरानी रखो। इसके बाद से ही तमाम तरह की परेशानियां शुरू हो गईं थीं, जो स्पीक एशिया के प्रबंधन के समझ से बाहर थीं।

एमएलएम स्पेशलिस्ट का कहना है कि यह अनुमति केवल पेनलिस्टों के पुराने बकाया भुगतान के लिए मिली है। स्पीक एशिया अभी भारत में नया कारोबार तक तक नहीं कर पाएगी जब तक कि वह सरकारी प्रक्रिया की मशीन से पिसकर बाहर नहीं निकल आती।
खैर जो भी हो, कम से कम पुरानी उधारियां तो मिलेंगी, और जब एक दरवाजा खुल गया है तो बाकी भी खुल ही जाएंगे।

1 comment:

  1. Monday, July 18, 2011
    स्पीक एशिया को मिली पेनलिस्ट को भुगतान की अनुमति
    नेशनल न्यूज ब्यूरो

    देश भर के 20 लाख पेनलिस्टों के लिए अच्छी खबर है, भारतीय रिजर्व बैंक ने स्पीक एशिया को यह अनुमति दे दी है कि वह अपने पेनलिस्टों को बकाया भुगतान कर दे। हालांकि अभी तक कारोबार शुरू करने की अनुमति स्पीक एशिया को नहीं मिली है। सूचना मिल रही है कि इस संदर्भ में आरबीआई ने एक सर्कुलर जारी किया है, लेकिन उस सर्कुलर की कापी अभी तक हमारे पास उपलब्ध नहीं हो पाई है।

    खबर की पुष्टि के लिए डाक्यूमेंट्री एवीडेंस होना बहुत जरूरी है, लेकिन हमें विश्वास है कि हमारे लाखों ब्रिलियन्ट रीडर्स इस खबर की पुष्टि के लिए वह सर्कुलर तलाश ही लेंगे, और खबर के नीचे कमेंट बॉक्स तो है ही इस खबर को पूरा करने के लिए।

    फिलहाल जो सूचना मिल रही है उसके अनुसार आरबीआई ने सभी बैंकों को यह सर्कुलर जारी किया है कि एसएओएल को टेलीग्राफिक ट्रांसफर के जरिए विदेश से भारत में अपने पेनलिस्टों को भुगतान करने दिया जाए। इससे पहले 28 मई को जारी किए गए एक सर्कुलर में आरबीआई ने सभी बैंकों से कहा था कि स्पीक एशिया नेटवर्क से जुड़े सभी खाताधारकों पर कड़ी निगरानी रखो। इसके बाद से ही तमाम तरह की परेशानियां शुरू हो गईं थीं, जो स्पीक एशिया के प्रबंधन के समझ से बाहर थीं।

    एमएलएम स्पेशलिस्ट का कहना है कि यह अनुमति केवल पेनलिस्टों के पुराने बकाया भुगतान के लिए मिली है। स्पीक एशिया अभी भारत में नया कारोबार तक तक नहीं कर पाएगी जब तक कि वह सरकारी प्रक्रिया की मशीन से पिसकर बाहर नहीं निकल आती।
    खैर जो भी हो, कम से कम पुरानी उधारियां तो मिलेंगी, और जब एक दरवाजा खुल गया है तो बाकी भी खुल ही जाएंगे।
    आमीन
    (खबर सूत्रों पर आधारित)

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